Monday, November 8, 2021

द्वापर युग की विष्णु मूर्ति एवं मनुस्मृति।

कल्प विग्राह (KALPA  VIGRAHA) 




@ Indian Monkk


ये 26450 ईसा पूर्व की विष्णु जी की मूर्ति है, ये मूर्ति 1959 में नेपाल के लॉ मेन्थान्ग इलाके में एक बोद्ध भिक्षु को मिली, 47 ग्राम वजनी ये मूर्ति एक लकड़ी के बॉक्स में थी, कुछ ही समय में वहां अमेरिका से CIA के कमांडो के पास आयी और उन्होंने मूर्ति को अपने कब्जे में ले लिया।







बक्से को अपने कब्जे में ले कर उस पर लेबल लगाया गया “ST CIRCUS MUSTANG-0183” फिर इस को CIA ने अमेरिकन आर्मी बेस कैंप हेल,वेल के पास कोलाराडो में रखा, बॉक्स में से मूर्ति के साथ एक प्राचीन पांडुलिपि (MANUSCRIPT) भी मिली।





मूर्ति 5.3 cm लम्बी और लगभग 4.7 cm चोडी है, वजन 47 ग्राम, जिस बॉक्स में मूर्ति रखी गई थी वो भी विशेष धातु और लकड़ी का बना था। मूर्ति के नीचे शिव पर्वती जी की अकर्ति भी है। इन सब की कार्बन डेटिंग करने पर ये 26450 ईसा पूर्व की बताई गयी।




इस पुरे प्लान में सीआईए के निदेशक जॉन मैककन व्यक्तिगत रूप से शामिल थे।

इस मूर्ति के साथ पांडुलिपि का मिलना जिस में इस मूर्ति की उपयोगिता, इस का इस्तेमाल और इस का नाम भी लिखा है, इस मूर्ति का नाम का अनुवाद किया गया तो ये "कलपा महा-आयुष रसयान विग्रा" मिला, सीआईए ने इस का नाम "कालपा विग्राहा" रखा।


बोद्ध भिक्षु ने सीआईए को यह भी बताया कि अगर यह मूर्ति किसी तांबे के लोटे में पानी भर कर 9 दिन तक रखा जाये तो इस मूर्ति से पानी चार्ज हो जाता है। ये पानी पीने वाले की उम्र बहुत ज्यादा हो जाती है। सीआईए ने इस विधि को किया और पानी को अलग अलग प्रयोगशालाओं में भेजा गया, और सब प्रयोगशालाओं की रिपोर्ट सीधे सीआईए निदेशक, जॉन मैककॉन को भेजे गए ।


इस के बाद सीआईए ने एक टीम तैयार की (WATERING TEAM) जिन को ये पानी पीने को दिया गया। 1960 के आस पास ये प्रयोग किया गया। आज सब टीम के मेम्बर अपने पर पोतो के साथ हंसी ख़ुशी जीवन बिता रहे हैं, कल्प विग्रह के प्रयोग वाले सब कम से कम 110 वर्ष की आयु के पास हैं, कुछ नामो को छोड़ दिया जाये तो सब स्वस्थ और दीर्ध आयु वाले हैं, और जो मर गए उन में रूथ गोलोन्का, एक कार दुर्घटना से मर गई, विली ली मॉर्गन की हत्या कर दी गई थी। स्टीवन मार्टिन और बर्ट जेनकींस वियतनाम में मृत्यु हुयी थी ।


इन ही सदस्यों ने दुनिया को ये भी बताया की कल्प विग्रह 1996 में अपनी पाण्डुलिपि के साथ चोरी हो गयी सीआईए के पास से अमेरिका के आर्मी कैंप से। बहुत खोज हुयी हजारो लोगो से पूछताछ की गयी सरकारी, सेना के ऑफिसर से मगर मूर्ति नहीं मिली। लाखो डालर का इनाम भी रखा गया है । बहुत लोगो की हत्या भी हुयी है जिस में MICROBIOLOGY वाले अधिक हैं।