सनातन हिन्दु पुनर्जागरण
'सनातन धर्म और केवल धर्म ही हिन्दुस्थानका जीवन है । जिस दिन यह नष्ट हो जाएगा, उस दिन हिन्दुस्थानका अन्त हो जाएगा । आप कितनी भी राजनीति अथवा समाजसुधार करें, भले ही कुबेरकी सम्पूर्ण सम्पत्ति इस आर्यभूमिके प्रत्येक पुत्रपर बहा दें, सबकुछ निष्फल होगा ।’
– स्वामी विवेकानंद
सनातन धर्म की वर्तमान स्थिति ।
सनातन धर्म आज सर्व दिशाओं से संकटों से घिरा हुआ है । हिन्दूद्वेषी और धर्मद्रोही लोग सार्वजनिक रूप से हिन्दू धर्म पर आघात कर रहे हैं । धर्म पर आघात करने वाले अपने कट्टरपन्थी पूर्वजों की परम्परा आगे बढा रहे हैं । इसके अतिरिक्त, स्वयं को धर्म-निरपेक्ष, आधुनिक, विज्ञानवादी और समाज सुधारक कहलाने वाले कुछ हिन्दू भी सनातन धर्म पर आघात करने लगे हैं । यदि हमें हमारे पूर्वजों द्वारा रक्षित महान हिन्दू धर्म बचाना है, तो प्रत्येक हिन्दू को धर्म पर हो रहे आघातों के विषय में समझकर उन्हें रोकने के लिए कार्य अवश्य करना चाहिए ।
सनातन धर्म रक्षा हेतु ये कार्य अवश्य करें ।
- फोटो, विज्ञापन, नाटक, सम्मेलन, समाचार-पत्र, उत्पाद आदि माध्यमों द्वारा होने वाला देवताओं और राष्ट्रपुरुषों का अनादर रोकें ।
- हिन्दू देवताओं की मूर्तियों की तोडफोड का विरोध करें, एवं इसके लिए अन्य हिन्दुओं को भी जागृत करें ।
- हिन्दुओं की धार्मिक शोभा यात्राओं पर (जुलूसों पर) होने वाले आक्रमण, गोहत्या और ‘लव जिहाद’ जैसे हिन्दू विरोधी षड्यन्त्रों को रोके एवं अन्य हिन्दुओं को भी जागृत करें ।
- प्रलोभन दिखाकर अथवा बल पूर्वक किए जाने वाले हिन्दुओं के धर्म- परिवर्तन का विरोध करें ।
- सोशल मीडिया पर हिंदू धर्म के प्रति होने वाले अनादर का मजबूती के साथ विरोध करें ।
- हिन्दू धर्म, देवता, धर्मग्रन्थ, सन्त और राष्ट्र पुरुषों की आलोचना करने वालों के विरुद्ध पुलिस में परिवाद (शिकायत) लिखवाएं ।
- धार्मिक तथा सामाजिक उत्सवों में अनुचित कृत्य ( जैसे बलपूर्वक धन संकलन, अश्लील नृत्य, महिलाओं से छेडछाड, मद्यपान इत्यादि) न होने दें ।
- अपने परिवार एवं बच्चों को अपने धर्म के प्रति जागरूक बनाएं तथा उन्हें अपने सनातन धर्म पर गर्व करना सिखाए ।
- अपने क्षेत्र में आश्रम, गुरुकुल की तर्ज पर ऐसी पाठशाला की व्यवस्था करें जहां हिंदू धर्म वेद पुराण एवं अन्य धार्मिक बातों की जानकारी दी जा सके ।
- किसी भी हिंदू भाई पर किसी भी प्रकार के अत्याचार होने पर सभी हिंदू भाई मिलकर उसका साथ अवश्य दें ।
- अपने आसपास रह रहे हिंदू भाइयों का समूह बना कर समय-समय पर सनातन धर्म की रक्षा हेतु चर्चा करें ।
- सभी हिंदू भाइयों में यह संदेश प्रवाहित करें कि हम चाहे किसी भी हिंदू प्रजाति से हो परंतु हम सर्वप्रथम एक हिंदू हैं ।
- अपने क्षेत्र में समय-समय पर सनातन धर्म के ध्वज तले निशुल्क, निस्वार्थ सेवा कार्य करते हुए समाज में हिंदू एकता का संदेश प्रवाहित करें ।